भारत में तेजी से cryptocurrency का क्रेज़ बढ़ता जा रहा है। देश में करोड़ो लोग क्रिप्टोकोर्रेंसी में पैसा लगा रहे है जहा एक तरफ इसमें जोखम की परवाह किये बिना मोटी कमाई की उम्मीद में निवेश कर रहे है वही दूसरी और सरकारी एजेंसी इसे लेकर लगातार सख्ती से कदम उठा रही है। RBI के बाद अब मार्किट रेगुलर SEBI भी cryptocurrency को लेकर सख्त हो गया है दरअसल SEBI ने म्यूच्यूअल फण्ड के cryptocurrency से जुड़े प्रोडक्ट लागे पर लोक लगा दी है। इसका मतलब है की कोई भी म्यूच्यूअल फण्ड कीड़ी भी cryptocurrency प्रोडक्ट में निवेश नहीं कर सकता है हलाकि पहले SEBI के crypto से जुड़े NFO को दी थी मंजूरी लेकिन अब SEBI के इस बयान के बाद उन म्यूच्यूअल फंड्स को जबरदस्त झटगा लगा है जो crypto से जुड़े फण्ड लोन को तैयारी जूठे है भारत सरकार ने अभी तक cryptocurrency पर को किसी तरह ममानता नहीं दी है और ना है इसे लेकर कोई नियम बनाये गए इसके बावजूद भारत में करोड़ो लोग crypto में मोटा मुनाफा के चक्कर में निवेश कर रहे है हलाकि में खबर आई थी की cryptocurrency Exchange को बिना सुरछा नहीं मिल सकती इसके आलावा cryptocurrency को लेकर रिजर्व बैंक फिनांशल Financial stable रिपोर्ट में चेतावनी जारी की है इस रिपोर्ट में RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने आगा किया की cryptocurrency को लेकर चिंता आर्थिक, वित्तीय अर्थ ववथा को लेकर पैदा हो रही है साथ में उन्होंने कहा की cryptocurrency में निवेशों की सख्या को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।
70% से जयादा निवेशकों का क्रिप्टो में 1000 से 2000 का निवेश किया हो सकता है लेकिन इस आकड़ो को बढ़ा चराकर पेश किया जा रहा है। RBI इस रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है की इनसे ग्राहक डाटा सुरछा खतरे में पड़ सकती है और RBI में भविस्य में cryptocurrency को खतरे को लेकर सरकार को आगा कर दिया है cryptocurrency पर अभी कोई सपस्ट नियम न होने से तमाम एक्सचेंज इसका फायदा उठा रहे है हलाकि देश में तमाम सरकारी एजेंसी एक्सचेंज सिकंजा कास रही है। DGGI कई क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनी पर टैक्स की चोरी को लेकर छापेमारी की है। मना जा रहा की जल्द ही सरकार क्रिप्टोकोर्रेंसी पर टैक्स के दायरे में ला सकती है तो वही रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने साल 2018 में क्रिप्टोकोर्रेंसी पर बैन लगाने की कोशिश की थी जिस्कने बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया कोर्ट ने सरकार को क्रिप्टोकोर्रेंसी से जुड़े नियम की बात बनाने की बात कहकर रोक लगा दी थी। जिसके बाद क्रिप्टोकोर्रेंसी पूरा मामला संसद में चल रहा है कुल मिलकर अभी क्रिप्टोकोर्रेंसी में निवेश जोखिम से भरा हुआ है इससे जुड़े प्रोडक्ट के लिए भी राह आसान नहीं है क्रिप्टोकोर्रेंसी के बारे में संसद की और से कानून बनाने के बाद ही तय तसवीर साफ़ हो पाएगी।
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