June 5, 2023

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ऐसे बनेगे 5 Trillion डॉलर इकॉनमी। न्यूज़ हिंदी।

मोदी सरकार ने 2025 तक देशअर्थवयवथा को 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने का सपना है लेकिन कोरोना महामारी ने इस पर ग्रहण लगा दिया है। 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनने में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनने में भारत 3 से 4 साल तक पीछे रह सकता है सबसे ख़राब इस्तिथि में भारत 2030 तक इस लछ्य को हासिल कर सकता है। भारत इस साल फ़्रांस और 2030 में ब्रिटेन से आगे निकलकर दुनिया की 5 वी सबसे अर्थवयवथा बन जायेगा अभी भारत की इकॉनमी का आकर 3 ट्रिलियन के करीब है 2025 तक 5 ट्रिलियन इकॉनमी के लिए 13% की सालाना ग्रोथ हासिल करनी होगी।

कोरोना के आ रहे नए वेरिएंट के बिच सालाना 13% ग्रोथ हासिल करना दूर का लछ्य हो सकता है। लेकिन न मुमकिन नहीं है जिस तरह से भारत में विदेशी निवेशक पैसा लगा ईहे है उससे आने वाले दिनों में ग्रोथ को रफ़्तार मिलने का अनुमान लगाया जा रहे है क्यों की विदेशो निवशकों के पैसा से नए रोजगार मौके पैदा होंगे साथ साथ इन्फ्रॉस्क्यूटर डेवलोपमेन्ट होगा। कोरोना काल में विदेशी निवेशकों ने दिल खोलकर पैसा निवेश किया है कारोबारी साल 2022 में भारत में 27.37 ब्रिलिओन डॉलर का FDI आया।

कारोबारी साल 2021 की तुलना में ये 62% ज्यादा है साल 2021 में भारत में 16.92 बिलियन डॉलर का FDI आया था। मोदी सरकार की अच्छी पालिसी ने निवेशकों के लिए प्रेरित किया, भारत के साल सेक्टर ऐसे है जहा विदेशी बड़ा निवेश कर रहे इनमे कपडा, फ़ूड प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रॉनिक, मेडिसन, ऑटो और केमिकल सेक्टर शामिल है सर्वे में पता चला है की अमेरिका, चीन, ब्राज़ील, मेक्सिको और वितयनाम जैसे बाजारों की तुलना में भारत को लेकर सबसे मजबूत धरना है। 5 ट्रिलियन डॉलर लछ्य पाना भारत के लिए बड़ी उपलब्धि होगी इसके बाद भारत की गिनती अमेरिका, चीन, जापान जैसे देशो में होने लगेगी जो अपने मनी पावर के दम पर सुपर पावर के दम पर देखे जाते है। तमाम चुनौती के बावजूद मोदी सरकार का हौसला बुलंद है 1 लाख करोड़ डॉलर की अर्थवयवथा बनने में देश को 55 साल गले जबकि पिछले 6 साल में देश की अर्थवयवथा में 1 लाख करोड़ और जुड़ गए साल 2014 में भारत की इकॉनमी का आकार 1.85 ट्रिलियन डॉलर था अब 3 ट्रिलियन डॉलर के करीब आ चूका है।